एसी और नान एसी छात्रावास शुल्क में दस हजार रुपये तक की वृद्धि
31 निजी मेडिकल कालेज में से 17 को फीस बढ़ाने की दी गई अनुमति
विविध शुल्क 94,160 रुपये, जिसमें पंजीकरण से लेकर परीक्षा शुल्क तक
लखनऊ । प्रदेश के निजी मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई महंगी हो गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग की फीस नियमन समिति ने सत्र 2025-26 में 31 निजी मेडिकल कालेजों में से 17 को सालाना फीस बढ़ाने की अनुमति दे दी है। इस सत्र में निजी कालेजों में एमबीबीएस में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को 1.55 लाख से 5.50 लाख रुपये अधिक देना पड़ेगा।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने निजी मेडिकल कालेजों के शिक्षण शुल्क में वृद्धि के अलावा छात्रावास व विविध शुल्क भी तय कर दिया है। एसी छात्रवास के लिए इस बार 2,02,125 रुपये सालाना शुल्क तय किया गया है, जबकि बीते सत्र में यह 1,92,500 रुपये था। इसी तरह नान एसी छात्रावास के लिए प्रत्येक छात्र को 1,73,250 रुपये प्रतिवर्ष देना होगा। बीते सत्र में यह शुल्क 1,65,000 रुपये था। इस शुल्क में मेस का खर्च भी जोड़ा गया है। यह भी हिदायत दी गई है कि छात्रावास के एक कमरे में सिर्फ दो ही छात्रों को रखा जाए।
फीस नियमन समिति ने विविध शुल्क 94,160 रुपये तय किया है। इसमें यूनिवर्सिटी पंजीकरण, विकास शुल्क, लाइब्रेरी, स्टूडेंट एसोसिएशन, जिम, स्पोर्ट्स, प्रवेश, परीक्षा शुल्क आदि को शामिल किया गया है। हास्पिटल, प्रयोगशाला आदि को शामिल करते हुए तीन लाख रुपये सिक्योरिटी राशि तय की गई है। इसे पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद वापस किया जाएगा। निजी मेडिकल कालेजों को यह भी हिदायत दी गई है कि वो शिक्षण शुल्क साल में एक बार ही लेंगे। किसी दशा में पांच वर्षों का शिक्षण शुल्क एकमुश्त नहीं जमा कराया जाएगा।
एमडी-एमएस करना भी हुआ महंगा
अब एमडी-एमएस करना भी महंगा हो गया है। फीस नियमन समिति ने एमडी-एमएस की फीस में 10 लाख रुपये सालाना तक की वृद्धि की है। जीएस मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल हापुड़ में पीजी की क्लीनिकल सीट के लिए 2025-26 के लिए अब 31,16,082 रुपये फीस देनी होगी। जबकि 2024-25 में इसी मेडिकल कालेज में एमडी-एमएस की एक साल की फीस 21,63,946 रुपये थी। टीएस मिश्रा मेडिकल कालेज लखनऊ में क्लीनिकल, पैथोलाजी और नान क्लीनिकल, तीनों ही वर्गों में फीस बढ़ा दी गई है। टीएस मिश्रा मेडिकल कालेज में वर्ष 2024-25 से 2025-26 में क्लीनिकल सीट में लगभग 10 लाख रुपये, पैथोलाजी में लगभग पांच लाख और नान क्लीनिकल सीट में लगभग तीन लाख रुपये बढ़ाए गए हैं।
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