68500 पदों में खाली बचे थे हजारों पद, खाली बचे पदों पर भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों ने घेरा विधानभवन
⚫ 2018 के शासनादेश में 30-33 पास पर भर्ती की कही गई थी बात
⚫ 26 हजार पद उस भर्ती में खाली रह गए थे, उसी में भर्ती की मांग की
⚫ ईको गार्डन भेजे गए प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी
लखनऊ : प्राथमिक शिक्षकों के 12460 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी किए जाने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने मंगलवार को एक बार फिर से विधानभवन के सामने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। अपनी मांगों के समर्थन में अभ्यर्थी विधानभवन के सामने सड़क पर बैठ गए। पुलिस ने इन्हें बसों में भरकर ईको गार्डेन भेज दिया। अभ्यर्थियों ने बताया कि 2016 की शिक्षक भर्ती छह सालों में अभी तक पूरी नहीं हुई है। भाजपा सरकार ने 2018 में छह हजार पद भरे। अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में बचे 6460 पदों पर को भी भरे जाने की मांग की।
लखनऊ : सहायक शिक्षक के 68500 पदों में शेष बचे 26 हजार पदों पर इस भर्ती के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने की मांग को लेकर मंगलवार दोपहर अभ्यर्थियों ने विधानभवन के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे आदित्य पांडे ने बताया कि 68500 शिक्षक भर्ती में अभी करीब 26 हजार सीटें बची हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने 21 मई 2018 को शासनादेश जारी किया था। इसके मुताबिक सामान्य व ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए 33 प्रतिशत और एससी व एसटी के लिए 30 प्रतिशत उत्तीर्णांक (पासिंग नम्बर) पर सफल माना गया था। तूफान सिंह ने 68500 शिक्षक भर्ती की बची हुई 26 हजार सीटों को 30 व 33 प्रतिशत पासिंग नम्बर वाले इसी भर्ती वाले अभ्यर्थियों से भरे जाने की मांग मुख्यमंत्री से की है। आशुतोष वर्मा, अखिल मौजूद थे।
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