स्कूल जाने के लिए नौनिहालों को तैयार करेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
■ तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ेंगी
■ होगा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण
■ कक्षा एक के दाखिले में दाखिले से पहले मजबूत होगी नींव
गोरखपुर : प्ले- वे की तर्ज पर जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तीन से छह साल तक के बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करेंगी। प्री-प्राइमरी शिक्षा के तहत बेसिक शिक्षा विभाग व जिला कार्यक्रम अधिकारी संयुक्त रूप से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे। प्रशिक्षण तीन चरणों में होगा। पहले चरण का प्रशिक्षण 29 नवंबर को, इसके बाद जनवरी व मार्च में होगा। प्रशिक्षण जिले के सभी ब्लाकों में एक साथ आयोजित होगा। शासन के निर्देश पर इसकी तैयारी शुरू हो है।
आंगनबाड़ी केंद्रों के प्री-नर्सरी व में तब्दील होने से प्राथमिक विद्यालयों की गुणवत्ता में इजाफा होगा। अब तक जो बच्चे सीधे प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक में दाखिला लेते थे। उन्हें पढ़ाई के लिए तैयार करने में शिक्षकों को काफी मेहनत करनी पड़ती थी। ऐसे में जब आंगनबाड़ी केंद्र प्री-प्राइमरी विद्यालय बन जाएंगे तो वहां शुरुआती दौर में बच्चों को पठन-पाठन की जानकारी दी जाएगी। यह उनके लिए कक्षा एक में दाखिले से पहले नींव मजबूती का भी काम करेगा। निर्देश के मुताबिक सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्धारित तिथियों में प्रशिक्षित करने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
खेल-खेल में पढ़ाने का सीखेंगी तरीका : जिले में वर्तमान में 41 सौ आंगनबाड़ी केंद्रों पर 3650 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैनात हैं। जिन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाने का तरीका बताया जाएगा। साथ यह भी सिखाया जाएगा कि कैसे गीत, कविताएं और कहानियां शिक्षा का आधार बन सकती हैं। यह भी बताया जाएगा कि उनके कार्य का मूल्यांकन कैसे किया जाएगा, ताकि वे ये सुनिश्चित कर सकें कि उनका पढ़ाया हुआ बच्चों की समझ में आया भी है या नहीं।
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